(एक सपना) भूख उसकी नोटबुक पर चित्र बनाती है सितारों या सड़कों के, और पत्तियों को ढाँप देती है सपनों के आवरण से हमने देखा प्यार के सूरज को पलकें झपकाते हुए, और झलक मिली उगते भोर की
हिंदी समय में अडोनिस की रचनाएँ